सोमवार, 1 फ़रवरी 2010

देहली नॉएडा का सफ़र

उफ़ दिल्ली का शोर शराबा मासा अल्ला कितना प्रदूषण, और नॉएडा का जनजीवन तो अलग ही प्रकार है| नॉएडा के लोग अपने आप में ही जीते है | सेक्टर के फ्लेटो में उन लोगो को किसी से कुछ भी समस्या नहीं रहती, वो अपने आप में ही मस्त रहते है | नॉएडा में सेक्टर ८२ में सब्जीया बड़ी सस्ती है, लेकिन आना जाना बड़ा ही महंगा है | सेक्टर ८२ में ठेले पर परांठे बहुत ही सस्ते है, आलू के २ परांठे १० रूपये में, और इतने स्वादिस्ट है की अपने शब्दों में बाया नहीं कर सकता| नॉएडा सेक्टर ८२ में ग्रीन वीयू में घरेलु औरते दोपहर के बाद अपने बच्चो के साथ अपने फ्लैट से निचे उतर कर रेकिट खेलने का एक अलग ही अंदाज और जोश है वंहा की औरतो में और सन्डे को २० से ३५ साल के उम्र के आदमी लोग लोन में क्रिकेट मेच खेल कर भरपूर आनंद उठाते है| नॉएडा सेक्टर ८२ के पास एक गाँव है भंगेल उस गाँव में गन्ने का रस बड़ा ही शानदार है सिर्फ एक बड़ा गिलाश ५ रुपये | भंगेल गाँव का बर्गर भी बड़ा ही स्वादिस्ट लगा और वो भी ५ रुपये का इतना बड़ा| नॉएडा सेक्टर ८२ में वंहा के अपार्टमेन्ट के चोकीदार बहुत ही चालाक और चतुर होते है जैसे ही हमने फ्लैट में शिफ्ट किया तो दुसरे दिन एक चोकीदार आँख मलता हुआ आया और बोला की थोडा सा एक पुडिया में थोड़ी से चाय व् थोड़ी सी चीनी दे दो | वंहा के चोकीदार थोडा थोडा करके ही बेवकूफ बनाने में लगे रहते है और उन्हें बात बात के लिए पैसा चाहिए | अब नए साल का पूरा महिना बीतने को आया और उस चोकीदार को इनाम भी चाहिए और वो भी छोटा मोटा नहीं बड़ा और वो भी रुपयों में |

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