अनेक अखबारो में यह समाचार प्रकाषित हुआ है कि राजस्थान के पुलिस महानिदेशक अपनी निजी यात्रा के नाम पर कोटा, बूंदी में लगातार एक नामी हिस्ट्रशीटर के साथ रहे बहुत ही आश्चर्यजनक व हैरान करने वाला है। इससे आम जनता में पुलिस के प्रति रहा-सहा विश्वास भी समाप्त हो जायेगा। जब राज्य का सबसे बडा पुलिस अधिकारी अपराधियों की संगत में रहता हो तो कानून के पालन करने वाले नागरिक पुलिस से अपनी रक्षा की कोई उम्मीद नही कर सकते हैं। उनका यह कहना समाज के कार्यक्रम में निजी यात्रा पर गये थे कोई इससे उन्हें अपराधियों की संगत करने की छुट नहीं मिलती शायद उन्होने भी यह कहावत सुनी होगी कि ‘‘व्यक्ति का चरित्र उसकी संगत से ही जाना जाता है’’। लोगो में उनके इस कृत्य से क्या संदेश जायेगा यह स्पष्ट है।
सरकार को भी इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिये और तत्काल उचित कार्यवाही करनी चाहिये ताकि लोगों में उसके प्रति विश्वास की बहाली हो सके। यह भी देखा गया कि उनके आगमन के सम्बन्ध में कई स्थानों पर हॉर्डिग्स भी लगाये गये थे ऐसा लगता था कि शायद वे भी राजनीति में अपने प्रवेश की जमीन तैयार कर रहे है। बेहतर है कि वे स्वंय अपने पद से हट जाये।
पप्पू
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